बलिया में एकलव्य सम्मान समारोह 2025 में समाजसेवी जेपी निषाद ने कहा: “शिक्षा ऐसी शेरनी का दूध है, जो इसे पिता है, वही दहाड़ता है”

Shiksha aisi sherani ka doodh hai, jo ise pita hai, wahi daharta hai

सुलतानपुर। एकलव्य मिशन बलिया के बैनर तले रविवार को बलिया में एकलव्य सम्मान समारोह 2025 का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के विभिन्न स्कूलों के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के गुरेगांव बरौंसा निवासी समाजसेवी जेपी निषाद शामिल हुए। उन्होंने समारोह में उपस्थित छात्रों को शिक्षा के महत्व पर बल देते हुए प्रेरित किया।

Shiksha aisi sherani ka doodh hai, jo ise pita hai, wahi daharta hai

जेपी निषाद ने विद्यार्थियों से कहा कि “शिक्षा एक ऐसी शेरनी का दूध है, जो इसे पिता है, वही दहाड़ता है।” उनका यह कथन शिक्षा के महत्व को स्पष्ट रूप से उजागर करता है, जिसमें उन्होंने बताया कि शिक्षा जीवन का मूल है और बिना शिक्षा के जीवन अधूरा है। उन्होंने छात्रों को अपनी मेहनत और समर्पण से आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और समाज में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाने की आवश्यकता को रेखांकित किया।

Shiksha aisi sherani ka doodh hai, jo ise pita hai, wahi daharta hai

समारोह में विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के बीच उत्साह और उमंग का माहौल था। यह आयोजन शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने और उत्कृष्टता की ओर प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण कदम था।

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